ऐसे में डिप्रेशन से बाहर आने के लिए योग करना
शुरू कर दें | डिप्रेशन | Depression | को दूर करने
के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है | आइए जानते हैं योग के किन आसनों से डिप्रेशन से राहत मिलती है |
बालासन-
बालासन का नाम बाल शब्द पर रखा गया है | बालासन आराम करने की मुद्रा है, इसलिए कभी किया जा सकता है | इस आसन को करने से तनाव और थकान में छुटकारा मिलने के साथ ही डिप्रेशन में राहत मिलती है |
सेतुबंधासन-
सेतुबंधासन दो शब्दों से मिलकर बना है | इसमें सेतु का मतलब पुल और बंध का मतलब बांधना से है | इस आसन में शरीर को सेतु की मुद्रा में बांध या रोक कर रखते हैं |
इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है, जिससे कमर दर्द की समस्या से निजात मिलती है | इसके अलावा यह उदासी को दूर करता है |
सुखासन –
सुखासन को करने से सुख और शांति मिलती है | इसलिए इसे सुखासन कहते हैं | सुखासन से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है | इस आसन को नियमित करने से मन उदास नहीं रहता है और डिप्रेशन में राहत मिलती है |
भुजंगासन-
इसका मतलब सांप से है | इस आसन में सांप की तरह फन फैलाने की मुद्रा होती है | इसको करने से डिप्रेशन को दूर करने में फायदा होता है | इसके अलावा यह शरीर में ऊर्जा बढ़ाता है और पीठ दर्द में फायदा करता है |
शवासन –
शवासन का नाम शव शब्द पर रखा गया है, शवासन एक आराम करने की मुद्रा है | इस आसन को करने से दिमाग शांत रहता है और तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है
*आत्म जागरूकता
स्थिति की मांग के अनुसार आत्म जागरूकता की कमी के कारण लोग अपने आपको डिप्रेशन की स्थिति में डाल लेते हैं |
अक्सर लोग डिप्रेस्ड क्यों होते हैं क्यूँ कि वह अपने जीवन की घटनाओं के बारें ज्यादा नहीं जानते और अपने जीवन को धोखा देते रहते हैं |
उन्हें खुद पर भरोसा ही नहीं होता खुद जागरूक व सजग नहीं बनाते आत्म जागरूक बनें आत्म निर्भर बनें मानसिक संतुलन बनाए रखें तो डिप्रेशन हो सकता है खत्म |
*हल्का-फुल्का म्यूज़िक सुनें
जब लोग डिप्रेस्ड होते हैं तो अच्छा संगीत सुनकर उन्हें अच्छा लगता है, जब भी मानसिक रूप से परेशान हों तो अपना पसंदीदा गाना सुनें, संगीत में मूड बदलने, मन को डिप्रेशन से निकालने की अद्भुत ताक़त होती है |
लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा ग़म भरे हुए गाने न सुनें, क्योंकि ऐसा करने से आपका डिप्रेशन और अधिक लेवल पर पहुंच जाएगा |
*भरपूर नींद लें ( सोएं )
एक अच्छी और पूरी रात की नींद हमें सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है, रोज़ाना 7 से 8 घंटे सोने वाले लोगों में डिप्रेशन के लक्षण कम देखे जाते हैं, इसलिए व्यस्तता के बावजूद अपनी नींद से समझौता न करें, |
*अपने काम से नियमित रूप से छुट्टियां लें
एक ही काम व ऑफ़िस, शहर और दिनचर्या से कई बार बोरियत पैदा करने वाले कारक पैदा होते हैं, जो आगे नकारात्मक विचार और फिर डिप्रेशन पैदा करते हैं |
माहौल बदलते रहने से नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद मिलती है, कि नियमित रूप से छुट्टी पर जाने वाले लोग, लगातार कई सप्ताह तक काम में लगे रहने वाले लोगों की तुलना में बहुत कम डिप्रेस्ड अवसादग्रस्त होते हैं |
*व्यस्त रहें और अपने काम की समीक्षा करें
आप अपने कार्यस्थल और अपने काम की समीक्षा करें, हो सकता है कि आपका काम ही आपकी चिंता की वजह हो, जो आगे चलकर अवसाद डिप्रेशन का कारण बन जाए, |
ऐसे काम को छोड़ दें, या सुधार करें ताकि सुकून से जी सकें, वह काम ही क्या जो आपको संतुष्टि और ख़ुशी न दे सके ? आप अपने पसंद के क्षेत्र में अपने काम के विकल्प तलाश सकते हैं, |
अपने काम की समीक्षा करने से खाली समय की भी पूर्ति होगी और काम को ठीक से समझ सकेगें इस तरह आपका फोकस डिप्रेशन से हटकर अपनी क्रियेटिविटी के लिए लगते हैं |
जब आप व्यस्त रहते हैं तो डिप्रेशन के बारे में सोचने के लिए कोई समय ही नई रहता और नकारात्मकता के लिए जगह ही नहीं मिलती |
*संतुलित व सेहतमंद खाएं और रोज़ाना व्यायाम करें
संतुलित आहार लें फल, सब्जी, फलियां, और कार्बोहाइड्रेट आदि का संतुलित आहार लेने से मन खुश रहता है | एक संतुलित आहार न केवल अच्छा शरीर बनता है बल्कि यह दुखी मन को भी अच्छा बना देता है |
सेहतमंद और संतुलित खानपान से मन ख़ुश रहता है, वहीं व्यायाम डिप्रेशन को दूर करने का सबसे अच्छा तरीक़ा है, जब हम व्यायाम करते हैं तब हमारा रक्त संचार अच्छे से काम करता है |
जो दिमाग़ को स्थिर करते हैं, डिप्रेशन को बढ़ाने वाले विचारों को कम करते हैं, व्यायाम से हम न केवल सेहतमंद बनते हैं, बल्कि शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, |
संतुलित व सेहतमंद खाना हमारे शरीर ( बॉडी ) व हमारी बौद्धिक छमताओं को बड़ता है | हमारी बौद्धिक छमता सही काम करती हैं तो मानसिक संतुलन पर भी असर पड़ता है और हम डिप्रेशन से लड़ने में भी सक्षम होते हैं |
*अपने प्रिय लोगों से और अपने समझदार दोस्तों से जुड़ें और नकारात्मक लोगों से दूरी बनाएं
आपके अच्छे दोस्त आपके मूड को अच्छा बनाए रखते हैं, आपका साथ देते हैं, उनसे आपको आवश्यक हमदर्दी भी मिलती है, आपके प्रिय मित्र आपकी बातों को ध्यान से सुनते हैं, |
डिप्रेशन के दौरान यदि कोई हमारे मन के विचारों को समझले या धैर्य से सुन भी ले तो हमें अच्छा लगता है, दोस्तों से जुड़ने के साथ-साथ आप उन लोगों से ख़ुद को दूर कर लें, जो नकारात्मकता से भरे होते हैं, |
ऐसे लोग हमेशा दूसरों का मनोबल गिराने का काम करते हैं, ऐसे लोग किसी का क्या भला कर सकते हैं ऐसे लोग सिर्फ आपकी खुसियों तक ही सीमित हैं आपसे खुद अपनी मस्ती मजे लेते हैं बुरे बक्त दूर भाग जाते हैं |
और उलट नकारात्मकता ही फैलाते रहते हैं |